Tuesday, 16 October 2012

कल की तय्यारी


this is what happens when you see your rumies packing their bags and you are forced to study for a 70-mark internal!!!!

कल की तय्यारी


हो रही  है कल की तय्यारी ,

भाड़ में जाये ये  दुनिया सारी ,

इंतज़ार कर रही हैं अम्मा हमारी,

राह देख रहे हैं बापू हमारे,

लाये हैं पकवान ढेर सारे ,

लल्लू  ठेले वाले की अल्लू की टिक्की ,

और मुच्छढ  चाचा की टेढ़ी जलेबी,

रास न आए मुझे हॉस्टल का खाना,

तीन साल से चल रहा है वजन  गवाना ,

वैसे तो  हम खली के हाथ जितने मोटे थे,

दुनिया की नज़र में सिक्के खोटे थे,

पर इन हॉस्टल वालों ने ऐसे धुलाई किया,

न जाने tide, surf excel या washing powder nirma  का उपयोग किया,

घिस-घिस के वजन का तो पता नहीं,

पर दिमाग का दही ज़रूर बन गया !!


चार साल बाद जब कॉलेज से बाहर निकलेंगे ,

तो दुनिया वाले पूछेंगे, " नौकरी करने कहाँ चले?",

अब नौकरी हो तभी तो दिखाऊँ ,

अपनी खली पॉकेट का दुखड़ा में किसे सुनाऊँ ?

भैया recession का है घोर कलयुग ,

उसमे कपिल सिब्बल  बोले और IIT खोलो,

अबे  जितने manufactured  engineer  हैं,

पहले  उन्हें तो किसी में भर्ती  करा लो!!!


वैसे तो मनमोहन की सरकार की सोनिया ने ले राखी  है,

और उसके पीछे भी ममता हाथ धोके पीछे पड़ी है,

इन सब से सीख ये मिलती है प्यारे ,

की इस ज़माने में लड़कियों ने हमारी मार रखी है!!


अब इस दुनिया की हम और क्या करें बात ,

करना शुरू करें तो बीत जायेगी  रात,

ये दुनिया है मोह और माया,

इस दुनिया के वासियों पर है मायावति का साया ,

अब भाड़ में जाये दुनिया सारि ,

घर पे इंतज़ार कर रहे हैं बापू हमारे,

राह देख रही हैं अम्मा हमारी,

चलो करें कल की तय्यारी ,

घर जाने को कल की तय्यारी ।।
                                                 PUNYASLOK RATH(15-10-2012)